जैनम-जयति
जन्मदिन की
ढेर सारी बधाइयाँ
और शुभाशीष तुम्हे,...
हां!!
देखते देखते
बीत गया था पिछले बरस सतरा (17)
और कम हो गया था
मम्मी की डांट का खतरा,...😜
मैं जानती हूं
पूरे साल जब जब तुम्हे डांटा टोका
तुमने सबको हँस के बताया
सतरा का खतरा चल रहा है यार,...😝
मैं मानती हूं
तुम उस दौर से गुजरे
जब कभी ये कहा तुमसे कि अब तुम बड़े हो गए हो
कभी ये कहकर रोका कि इतने भी बड़े नहीं हुए अभी,..
कशमकश में रहे तुम
क्यूंकि
कभी तुम्हे छोड़ दिया स्वतंत्र तुम्हारे हर निर्णय के लिए
कभी लगाए अंकुश छोटी छोटी बातों पर,..
पर मेरे बच्चों
ये मम्मी पापा की डांट नहीं थी
ये था हमारा प्यार तुम्हारे लिए
सिखाना चाहते थे जीवन की हर परिस्थिति से जूझना,..
खैर पूरे साल रहा इंतज़ार
इस साल हो गए तुम सत्रह के,
और
अब तो सोलहवाँ साल भी बीत गया
बचपन से लड़कपन जीत गया
अब मैं भी कह सकती हूँ
'अब तो बड़े बन जाओ' 😍
सुनो
मैं जानती हूँ
तुम दोनों अब सचमुच बड़े हो गए हो
विश्वास है दोनों ही निभाओगे अपनी जिम्मेदारियाँ
मानवता संवेदनशीलता और सहृदयता के साथ,..
पर
बचपन बीत भी जाए तो क्या
बस एक दुआ तुम्हारे लिए
तुम्हारे अपनों की
तुम्हारे भीतर बचपना हमेशा कायम रहे,... प्रीति सुराना
शुभकामनाएँ मम्मी-पापा तन्मय की ओर से ,... 😙
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