Thursday 29 October 2015

अग्रिम मनुहार पाती

आज एक मित्र के लिए विवाह की मनुहार पाती लिखी सोचा फेसबुक पर सेव कर लूं भविष्य में शायद मेरे ही काम आए,... तीन बच्चों को ब्याहना है मुझे भी :) :) :)

स्नेही स्वजन,

गीत खुशियों के गाना है,
मिलने मिलाने का बहाना है,
",...,-,...," करते आमंत्रित,
आपको आना ही आना है,..

घोड़ी चढ़ेगा हमारा लाडला,
",.....," बनेगा दूल्हा राजा,
डोली चढ़कर आएगी ",.....,"
बजेगी शहनाई और बैंडबाजा..

आंगन हमारे बजेंगे ढोल,
सजेंगे संग-संग सभी बाराती,
करबद्ध करते हैं निवेदन,
भेजकर अग्रिम मनुहार पाती,..

आपका आशीष है अनमोल,
और समय है अनुपम उपहार,
आरक्षित रखियेगा कुछ पल,
आपसे है यही मनुहार,..

आप आएंगे और आर्शीवाद देकर इन सुखद पलों के साक्षी भी बनेंगे,....
ये विश्वास भी है और करबद्ध आग्रह भी,..
दिन :
तारीख :
समय :
                    इंतजार में पलकें बिछाए
                      समस्त ",...," परिवार

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