तू ही सबसे प्रिय है
तुझसे लगा हिय है
कहते न थके मुँह
तू तो बेमिसाल है
बुरा मत माना कर
तुझे कहे कुछ कोई
गैर सारी दुनिया है
बड़ी ही बेहाल है
हाथ थामें किसी का भी
साथ तेरा भी न छोड़ें
झूठ व प्रपंच वाला
कलियुगी काल है
सबको ये रखे खुश
दुनिया है चापलूस
भरोसा किसी का नहीं
सब गोलमाल है,... प्रीति सुराना
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