Monday 19 October 2020

प्रो. Saran Ghai जी

प्रो. Saran Ghai जी 

देश से दूर रहकर भी देशप्रेम की अनोखी मिसाल बनाई,
भले ही मिलते हैं साल में एक बार पर मित्रता हमेशा निभाई।
हिन्द और हिन्दी के प्रति आपके समर्पण को नमन,
आपको को ढेर सारी शुभकामनाएँ, आभार और बधाई।

डॉ प्रीति समकित सुराना

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