पाना-खोना लगा रहेगा
आना-जाना लगा रहेगा,
पाना-खोना लगा रहेगा।
दुनिया वाले कहे सुने पर,
लेना-देना लगा रहेगा।
कैसे शिकवे बात बात में,
तेरा-मेरा लगा रहेगा।
आँसू खुशियाँ नहीं चुराती,
रोना-धोना लगा रहेगा।
टेढ़ी है चाल काल की ही,
ऊँचा-नीचा लगा रहेगा।
सपने अपने न भूलना तुम,
सोना-जगना लगा रहेगा।
प्रीत सचाई सुनो यही है,
जीना-मरना लगा रहेगा।
#डॉप्रीतिसमकितसुराना
सुन्दर रचना
ReplyDeleteबहुत सुन्दर
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