अतीत का हर लम्हा जुड़ा है
आज के किसी न किसी सिरे से
चाहती हूँ
बेफिक्र जिंदगी
सुखद भविष्य
आत्मविश्वास से भरा हुआ
पर कल आधारशिला है आज की
लाख कोशिशों के बाद भी
डर, दर्द,आँसुओं और यादों को
छोड़ा भी नहीं जाता
कि साया भी न पड़े आज की खुशियों पर
जाने क्यूँ??
#डॉप्रीतिसमकितसुराना
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