आज जब समकित के जन्मदिन का केक काटा तब अचानक डॉ चाची ने मेरे गले मे मैडल पहनाया। मैं एकदम शॉक्ड हो गई क्योंकि कब इंडिया बुक रिकार्ड्स की किट आई मुझे पता ही नहीं था। पूरा परिवार एक साथ उन पलों में मेरे साथ था।
मैंने पहले भी बताया था आपातकाल में सृजन (1920 पेज) और आपातकाल में सृजन फुलवारी(111 पुस्तकें अलग-अलग रचनाकारों की) isbn सहित 51 दिनों में पूरी की जिसके लिए हमने अन्तराशब्दशक्ति की ओर से इंडिया बुक और रिकॉर्ड्स 2020 में एक साथ दो रिकॉर्ड दर्ज किए थे और नियत अवधि में पूरा भी किया।
आज दोनों ही रिकार्ड्स के लिए सर्टिफिकेट, एप्रिसिएशन आईडी कार्ड, पेन, बैच, मैडल, बुक और स्टिकर के दो अलग-अलग किट प्राप्त हुए। अन्तरा शब्दशक्ति परिवार को ढेर सारी बधाइयाँ। मेरे साथ होने के लिए सभी का दिल से आभार। समकित और मानु दोनों के सहयोग से ही ये संभव हुआ जिसके लिए मैं चिरऋणी रहूँगी। आँखों में ऑंसू हैं मगर खुशी के।
*शुक्रिया ज़िंदगी*
डॉ प्रीति समकित सुराना
संस्थापक
अन्तराशब्दशक्ति
बधाई और शुभकामनाएं।
ReplyDeleteबधाई
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