#मनमेरेकिसबातकाडर
जो अच्छा कर सकता है कर
पुण्य कर्म से लेखे जोखे भर
क्यों भटकना अनजानी राहों में
सबसे अच्छा है अपना ही घर
तू प्यासा-प्यासा क्यों रहता है
जब आँखें ही है आँसू से तर
घोर निराशा से बाहर आकर
बैठ जरा तू प्रभु के दर पर
जीवन पाया है मानव का तो जी
असमय डर-डर कर मत मर
जो होनी-अनहोनी है हो जाएगी
मन मेरे किस बात का है डर
#डॉप्रीतिसमकितसुराना



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