Sunday, 19 April 2020

ये सन्नाटा

#कभी बातों के लंबे सिलसिले
अचानक से रुकने लगे,
या हर बात फालतू या बेकार
जैसी शब्दावली पर थमने लगे,
तभी समझना लेना जरूरी है
कि रिश्ते कमजोर रह गए 
ये सन्नाटा ही परिणति है
जब खामोशी भी शोर लगने लगे।

#डॉप्रीतिसमकितसुराना

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