घर के आँगन में पहला कदम रखते समय
चहकते हुए स्वागत करने वाली ननद ही होती है,
जिनके बिना न नोंकझोंक का मज़ा न त्योहारों का,
बेटी से पहले जिनका अधिकार भाभी के आँगन पर होता है
क्योंकि गोद में बेटी के आने की खुशियों का दीपक भी ननद जलाती है,
ससुराल में पहले ही दिन से बहन, सहेली और दादी अम्मा की भूमिका में रहने वाली ननद ही होती है।
ऐसी ननद को प्यार और दुलार के साथ जन्मदिन की बधाई और शुभकामनाएँ😘♥️💐
डॉ. प्रीति Samkit Surana
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