#भूख सिर्फ पेट में पलती है
रोटी हो, पकवान हो या कुछ और
भूख का शरीर या जेहन के अलावा
न कोई देश होता है न कोई ठौर
ठेकेदारों अब तो संभल जाओ
इतिहास का सबसे बड़ा सबक है ये
समय पूछ रहा है कैसे लड़ोगे अब
क्योंकि भूख का तो कोई धर्म नहीं है
#डॉप्रीति समकित सुराना
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