Monday, 30 March 2020

वो एक लम्हा

#सुनो!
मुझको  भर लो बाहों में
प्रेम  भरा  स्पर्श  चाहिये
आलिंगन  और   चुम्बन
प्रेम  का इजहार चाहिए
जाओ आपको कसम है
चाहे कहीं से या कैसे भी
'वो एक लम्हा' ढूंढ लाओ 
जहाँ प्रेम था सिर्फ तुम थे
किसी वायरस का डर नहीं!

#डॉप्रीति समकित सुराना

0 comments:

Post a Comment