सुख सुविधाओं से लैश हों
या
कुछ भी न हो पास
कुछ लोग हर हाल में
जीने का हुनर जानते हैं
बेवजह गुमान मत करो
मैं जिंदा हूँ
सीख लो जीना जिन्दा दिलों से
जी लो जी भर
वरना
सांसों और धड़कनों के साथ होते हुए भी
सभी को मयस्सर नहीं है जिंदगी,..!
डॉ प्रीति समकित सुराना



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