#गिरकर उठना
उठकर रोना
रोकर भूल जाना
फिर से खिलखिलाना
फिर गिरते-पड़ते
संभालना सीख जाना
दिन भर की चिंता भूलकर
चैन से सो जाना
नींद में सपने देख मुस्कुराना
सुबह उठकर कल को भूलकर
बिना आने वाले कल की फिक्र किये
फिर से सब कुछ दोहराना
बच्चों से सीखो
जीने के लिए
जीवन को आसान बनाना!
#डॉ प्रीति समकित सुराना
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