Thursday, 13 February 2020

वादा रहा

#हमसाया बनकर आगे-पीछे नहीं
हमसफ़र बनकर साथ-साथ नहीं
हमराज या मार्गदर्शक बनकर 
हर जगह या हर समय नहीं
दिल में भी नहीं, दिमाग मे भी नहीं
रिश्ता रुहानी है हमारा
वादा रहा रुह की गहराइयों से निभाऊंगी
जब तक जिंदा हूँ
और
जब इस दुनिया से रुखसत हो जाउंगी
बिना किसी बीमा पॉलिसी के
जिंदगी के साथ भी जिंदगी के बाद भी!
#Happy promise day

प्रीति सुराना

1 comment:

  1. कसमें-वादें प्यारा वफ़ा बातें हैं बातों का क्या - होंठों पर यही गाना आया पढ़कर

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