#कोरी, प्यारी, सुंदर सी किताब लीजिये
स्याही न मिले तो फिर खिजाब लीजिये
घोलने को आंसुओं का सैलाब लीजिये
खुद से कुछ सवालों के जवाब लीजिये
गलत किया हो कुछ तो हिजाब लीजिये
कोई गर्व की हो बात तो खिताब लीजिये
मौका दिया है वक्त ने कुछ करने का आज
तो बैठकर अपने किये का हिसाब कीजिये
#प्रीति सुराना
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