हाँ!
आज पढ़ा है
एक महत्वपूर्ण पाठ जिंदगी से,..!
जो चीज मिले उसे जाने नहीं देना,
जो चीज जाए उसे रोकना नहीं,..!
पर महत्वपूर्ण ये है कि
ये नियम सिर्फ चीजों पर लागू हो!
रिश्तों पर, विश्वास पर, प्रेम पर,
अपनेपन पर, आस्था पर, सपनों पर नहीं!
यकीन मानिए जो अपने हैं
वो रोकने पर रुक जाते हैं!
छोड़कर वही जाते हैं
जिनके अपने होने में कोई स्वार्थ निहित हो!
सुनो!
जिंदगी का ये अनमोल सबक
मेरी तरह कभी न भूलना!
दुखी होने की बजाय सोच को नई दिशा दें
जीवन में हमेशा नई राहें स्वागत करेंगी!
बस कुछ खोकर निराश होने की बजाय
संभलना आने में ही जीवन की सार्थकता है!
प्रीति सुराना
ReplyDeleteजी नमस्ते,
आपकी लिखी रचना शुक्रवार १३ दिसंबर २०१९ के लिए साझा की गयी है
पांच लिंकों का आनंद पर...
आप भी सादर आमंत्रित हैं...धन्यवाद।
ज़िन्दगी से सबक सीख ले तब तो बात ही क्या है
ReplyDeleteबहुत सटीक...
ReplyDeleteवाह!!!