Sunday 23 June 2019

हम हिंदुस्तानी

बीते लम्हे याद दिलाते
कुछ करने की ठानी है
हिम्मत, मेहनत और किस्मत का
और नहीं कोई सानी है
लक्ष्य सदा सम्मान दिलाना
सभ्यता और संस्कृति को अपनी
याद रहे यह अंतिम क्षण तक
हिन्दी से हिन्द और हिंदुस्तानी है

प्रीति सुराना

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