Saturday, 22 June 2019

गहन तम

गहन तम
घनघोर घटाएं
बरसे नैन।

लड़ते घन
चमकती चपला
लुटता चैन।

बदली संग
लुकाछुपी रवि की
मन बेचैन।

रवि छुपता
बादल की ओट में
दिन में रैन।

प्रीति सुराना

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