"विवेकानंद" सा आदर्श बने जीवन तुम्हारा,..
जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएँ💐🎂😊
हाँ! मैं आश्चर्यचकित रह जाती हूँ!
जब मेरी ही भूलों पर मुझे टोकता है
मेरी बेवकूफियों पर मुझे डाँटता है
मुझे असमंजस की स्थिति से बाहर निकालता है
अभावों को स्वीकारना सीख लिया है
पर मुझसे ही
आज भी अपनी सारी ज़िद मनवाता है,
अपने लक्ष्य पर से ध्यान हटने नहीं देता
बिना थके बस चलता चला जाता है
खून में जोश है पर जाने होश कहाँ से लाता है
परिस्थितियों में ढलना सीख लिया है
पर मुझसे ही
आज भी अपने सारे राज बतलाता है,
जब कभी लगता है बहुत बड़ा हो गया है
बस तभी किसी बात पर बच्चा बन जाता है
पापा से अपनी सारी जरूरतें बतलाता
सारी फरमाइशें और शौक मुझसे पूरे करवाता है
सब ठीक होगा
ये आजकल मैं उसे नहीं वो मुझे समझाता है,
माना मेरा बच्चा बड़ा हो गया
पर माँ-बेटे का अलग सा ही नाता है
दोस्ती का खुलापन और बेटे का सहारा,
इसी से कट्टी-बट्टी और यही है दुलारा
बीसवें जन्मदिन पर
'तन्मय' तुम्हें असीम स्नेह हमारा
*विवेकानंद* सा आदर्श बने जीवन तुम्हारा,..
यही दुआ मम्मी-पापा,
और जैनम जयति द्वारा,...!
प्रीति सुराना
पापा से सारी जरूरतें बताता
ReplyDeleteपर सारे शौख मुझसे पूरे करवाता है.....