दर्द
वो मेरे होने को
अकसर दे देते हैं
'दर्द' का नाम
कभी सीधे-सीधे
कभी घुमा-फिराकर
हाँ!
एक पल ही सही
मैं देखना चाहती हूँ
जीते जी
मेरे न होने के
'दर्द की लकीरें'
उनके चेहरे पर,...
ये भी प्रेम ही है न??
प्रीति सुराना
copyrights protected
दर्द
वो मेरे होने को
अकसर दे देते हैं
'दर्द' का नाम
कभी सीधे-सीधे
कभी घुमा-फिराकर
हाँ!
एक पल ही सही
मैं देखना चाहती हूँ
जीते जी
मेरे न होने के
'दर्द की लकीरें'
उनके चेहरे पर,...
ये भी प्रेम ही है न??
प्रीति सुराना
Uff!! Heartbreaking.
ReplyDeletehttps://bulletinofblog.blogspot.com/2018/10/blog-post_16.html
ReplyDelete