गीत ग़ज़ल कविता
शेर छंद या लेख
क्या होता है मेरा लिखा
विधा तो मुझे नहीं पता
पर लिखती हूँ
स्वान्तः सुखाय
*शब्द शब्द में सिर्फ दर्द*
क्योंकि
मेरे पास वही बचता है
अपनी हर खुशी
अपनों से बांट लेने के बाद,..
प्रीति सुराना
copyrights protected
गीत ग़ज़ल कविता
शेर छंद या लेख
क्या होता है मेरा लिखा
विधा तो मुझे नहीं पता
पर लिखती हूँ
स्वान्तः सुखाय
*शब्द शब्द में सिर्फ दर्द*
क्योंकि
मेरे पास वही बचता है
अपनी हर खुशी
अपनों से बांट लेने के बाद,..
प्रीति सुराना
0 comments:
Post a Comment