पलकों पर आंसू ठहरा सा है
आंखों का मौसम निखरा सा है
पर है इक बवंडर मन के भीतर
सच मन का आंगन बिखरा सा है,... प्रीति सुराना
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पलकों पर आंसू ठहरा सा है
आंखों का मौसम निखरा सा है
पर है इक बवंडर मन के भीतर
सच मन का आंगन बिखरा सा है,... प्रीति सुराना
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