हमसे आया न गया,तुमसे बुलाया न गया
फासला प्यार में दोनो से मिटाया न गया ।
यूं तो आदत रही है हमें तनहा जीने की,
घुट घुट कर अपने ही आंसू के पीने की,
तुझसे भी तो साथ मेरा निभाया न गया,
फासला प्यार में दोनों से मिटाया न गया,
हमसे आया न गया,...
बाद मुद्दत के आज खोले मन के द्वार,
आज भी चलो मैंने मान ली तुमसे हार,
अपना हाल ए दिल तुमसे बताया न गया
फासला प्यार में दोनों से मिटाया न गया
हमसे आया न गया,...
खैर छोड़ो अब ये जिरह की सारी बातें
काट लूंगी मैं साथ रहकर भी तनहा रातें
हक़ से रूठी रही मैं तुमसे मनाया न गया
फासला प्यार में दोनों से मिटाया न गया
हमसे आया न गया,... प्रीति सुराना
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