Monday 23 November 2015

ओ दादो सा,..।।

चारो दादा गुरुदेवों के चरणों में शत-शत नमन

"ॐ ह्रीँ श्री जिनदत्त मणिधारी जिनकुशल जिनचंद सूरिभ्यो नमः"

हम हैं छोटे छोटे बच्चे और आप हमारे दादो सा,
करें प्रार्थना छोटी सी करो स्वीकार ओ दादो सा,

मम्मी कहती है आप करते है बड़े ही चमत्कार,
एक बार दर्शन देकर हम पे भी कर दो  उपकार
और नहीं कुछ मांगेंगे हम बस आप अपनी छवि दिखा दो,
बस एक बार घर आ जाओ ना हमें दर्शन दे दो दादो सा,..
हम हैं छोटे छोटे बच्चे और आप हमारे दादो सा,
करें प्रार्थना छोटी सी करो स्वीकार ओ दादो सा,..।।

डूबती जहाज भक्त की तारी और टूटी नाव नई कर डाली,
अंधों की आँखे खोली और गूंगो को दे दी बोली
हमने तो सबकुछ पाया है भरी हुई है पूरी झोली,
बस एक बार घर आ जाओ ना हमें दर्शन दे दो दादो सा,..
हम हैं छोटे छोटे बच्चे और आप हमारे दादो सा,
करें प्रार्थना छोटी सी करो स्वीकार ओ दादो सा,..।।

अकबर को अभक्ष छुड़ाया और अमावस को चाँद उगाया,
भूखों को भोजन भी खिलाया बिन मौसम पानी बरसाया,
हमको बस सत्कर्म सीखा दो और भला इंसान बना दो,
बस एक बार घर आ जाओ ना हमें दर्शन दे दो दादो सा,..
हम हैं छोटे छोटे बच्चे और आप हमारे दादो सा,
करें प्रार्थना छोटी सी करो स्वीकार ओ दादो सा,...।।

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