Sunday, 27 September 2015

मेरे मन की बात

तनहा तनहा कटते थे मेरे दिन और रात,
उससे मिलकर बदल गए मेरे सब हालात,
एक राज की बात कहूं वो मुझमें ऐसे बसता है,
बिन बोले ही सुन लेता है मेरे "मन की बात",...प्रीति सुराना

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