Wednesday, 10 June 2015

शायद ...ख्वाहिशें....विषाणु हैं

शायद

ख्वाहिशें 

वो विषाणु हैं
जो किसी भी 
दवा या जहर से 
मरते नहीं,..

ये ख़त्म होते हैं 
तो सिर्फ 
जलाने से,..
वो भी चिता की आग से,....प्रीति सुराना

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