:p
हां!!!
माना
तुमने दर्द को विषय बनाकर
पी. एच.डी. कर रक्खी है,..
पर सुनो
कभी
कोई थ्योरी भूल जाओ
तो मुझसे पूछ लेना,...
क्यूंकि
तुमने दर्द को सिर्फ पढ़ा है
पर
वो थ्योरीज़
जिन प्रैक्टिकल्स के द्वारा
प्रमाणित की गई है
वो सारे प्रैक्टिकल्स
मुझ पर ही
किये गए थे,...प्रीति सुराना
बहुत बढ़िया
ReplyDeleteअच्छा लगा आपके ब्लॉग पर आकर मैं आपके ब्लॉग को फॉलो कर रहा हु मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है
बहुत सुन्दर
ReplyDelete