Tuesday 31 December 2013

अलविदा बीता हुआ वक्त,.. सुस्वागतम् आने वाला वक्त,..

अनमोल यादों की पूंजी जाते हुए छोड़ गया है,..
सुनहरे सपनों की कड़ियां जाते हुए जोड़ गया है,..
वक्त की फितरत है रुकता नही किसी के लिये कभी,
अच्छा बुरा जो भी था इस बार भी मुंह मोड़ गया है,... प्रीति सुराना

2 comments:

  1. आप को नव वर्ष 2014 की सपरिवार हार्दिक शुभकामनाएँ!

    सादर

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