Saturday, 11 May 2013

बेमौसम बरसात


सुनो!
आज 
फिर हुई 
बेमौसम बरसात,...

न जाने 
इन बादलों का 
मेरे मन से 
ये कैसा नाता है??

मैं बताती कुछ भी नही 
पर हर बार 
दर्द के मौसम में
मेरे आंसुओं का साथ निभाता है,.....प्रीति सुराना

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