हां!
मैं नहीं हू सब में से,
मैं तो तुममें ही हूं,
सब होने के लिए मुझे तुमसे
जुदा होना होगा,
मैं और तुम जबसे हम हुए है,
मेरे सब तुम्हारे
और
तुम्हारे सब मेरे
हो गए है,
यानि
जब "मैं" और "तुम" "हम" हुए हैं,
तो "मेरे" और "तुम्हारे" "हमारे" हो गए हैं,
और हम सबके,
पर
मैं तो तुम्हारी ही हूं,....प्रीति
0 comments:
Post a Comment