आंसुओं के समंदर में,
जिंदगी एक किश्ती है,
मेरे साहिल हो तुम,
किश्ती डुबा तो न दोगे????
मैंने हर कदम पर,
तुम्हारा भरोसा किया है,
थामा है जो हाथ मेरा,
वो छुड़ा तो न दोगे????
जिंदगी भर साथ निभाने का,
तुमने वादा किया है,
जो वादा किया है,
वो भुला तो न दोगे????
जिंदगी भर मैंने तो
सिर्फ तुम्हे ही चाहा है,
मुहब्बत की है तुमसे मैंने,
कंही तुम दगा तो न दोगे????........प्रीति सुराना
0 comments:
Post a Comment