Sunday 25 August 2019

देशप्रेम का व्यापार

देशप्रेम का व्यापार

जो भी 365/- (1/-रोज प्रति वर्ष) देगा उसको 'देशप्रेमी' होने का कार्ड, बैच और प्रमाणपत्र प्रतिवर्ष दिया जाएगा। राशि सीधे संस्था के खाते में ही भेजी जाएगी। प्रति व्यक्ति बैच आदि 130×100000=13000000 का खर्च संस्था उठाएगी।
अच्छा🤔 बदले में हमें क्या करना होगा?
जो 100 सदस्य बनाएगा उसको हम उस क्षेत्र का प्रतिनिधि घोषित करेंगे। सदस्यों की मीटिंग का कोई आयोजन निःशुल्क किसी आयोजक की मदद से रखकर देश के प्रति निष्ठा की शपथ दिलाएंगे। चिन्ता न करें "हम खुद मुख्य अतिथि होंगे, हमारे साथ तुम्हारा नाम मीडिया के हर समाचार में सबसे पहले फ़ोटो सहित होगा। इस तरह तुम अपने क्षेत्र के सबसे बड़े देशभक्त के रूप में प्रसिद्ध हो जाओगे। अपने क्षेत्र में सम्माननीय अतिथि के रूप में बुलाए जाओगे 365/- में इससे ज्यादा और क्या चाहते हो। आगे जितनी मेहनत करोगे उतना सम्मान मिलेगा और क्या चाहिए। हमारा लक्ष्य एक साल में 100000 सदस्यों की टीम देशप्रेमियों की बनानी है, आपको तो प्रतिनिधि बनने के लिए केवल 100 सदस्य बनाने हैं।
गुप्ता जी सोच में पड़ गए? सौदा तो बहुत ही सस्ता है पर,...?
तभी बनिया बुद्धि जागी
1
1×10
10×10
100×10
1000×10
10000×10
100000×365=
3,65,00000/- प्राप्त
1,30,00000/- खर्च
35,00000/- अतिरिक्त व्यय, यात्रा आदि
___________
2,00,00000/- प्रति वर्ष बचत। ऊपर से हर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि, संस्था के प्रमुख वाह ठाठ है,..।
तभी गुप्ता जी का सपना टूट गया। नींद खुलते ही सोचने लगे नेता जी ने नींद में एक अच्छा व्यापार बता दिया। सिर्फ एक साल की मेहनत और 20000000/- का मुनाफा, एक साल की मेहनत बेकार नहीं मुझे तो इसका आधा भी मिल जाए तो चलेगा।
गुप्ता जी सपने पर अमल करने निकल पड़े।

प्रीति सुराना

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