कदम-कदम पर इम्तिहानों से कभी मैं डरती नहीं,
ज़रा-ज़रा सी मुश्किलों की परवाह मैं करती नहीं,
मेरी आँखों में आँसू नहीं सिर्फ सपने बसते हैं
आँसुओं को बहा देती हूँ आँखों में भरकर रखती नहीं।
प्रीति सुराना
copyrights protected
कदम-कदम पर इम्तिहानों से कभी मैं डरती नहीं,
ज़रा-ज़रा सी मुश्किलों की परवाह मैं करती नहीं,
मेरी आँखों में आँसू नहीं सिर्फ सपने बसते हैं
आँसुओं को बहा देती हूँ आँखों में भरकर रखती नहीं।
प्रीति सुराना
0 comments:
Post a Comment