Monday 15 October 2018

दर्द

दर्द

वो मेरे होने को
अकसर दे देते हैं
'दर्द' का नाम
कभी सीधे-सीधे
कभी घुमा-फिराकर
हाँ!
एक पल ही सही
मैं देखना चाहती हूँ
जीते जी
मेरे न होने के
'दर्द की लकीरें'
उनके चेहरे पर,...

ये भी प्रेम ही है न??

प्रीति सुराना

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