कोई तो दिख जाता
जैसा हो बस वैसा,..
मानव है ये कैसा
बिलकुल गिरगिट जैसा,..
नीयत सबकी डोली
अब जैसे को तैसा,..
मौन रहे मानवता
बोले रुपया-पैसा
प्रीति सुराना
copyrights protected
कोई तो दिख जाता
जैसा हो बस वैसा,..
मानव है ये कैसा
बिलकुल गिरगिट जैसा,..
नीयत सबकी डोली
अब जैसे को तैसा,..
मौन रहे मानवता
बोले रुपया-पैसा
प्रीति सुराना
2778 |
1558 |
0 comments:
Post a Comment