Tuesday 4 August 2020

बेटियों से ही है रौनकें


बेटियों से ही है 
रौनकें
यकीन न हो तो
जयति, भवि, विनती,
विधि, साक्षी, रुचि,  
सलोनी, सेजल, मावा, 
रीता, प्रीति, भावना,
आभा, बबिता, नम्रता,
दीपा, निशा, उषा, 
रश्मि, शुचि, खुशबू,
कृति, रुपल, नेहा,
स्नेहा, स्वर्णा, संस्कृति, 
निकिता, ऋषिता, आशा, 
ममता, सरिता, मंजू, 
सोनल, मौली, गुनगुन,
काजल, मोनिका, दीप्ति, 
वसुधा, सृष्टि, प्रकृति, 
कायनात, चाँदनी, कविता,
खुशी, मुस्कान, जन्नत, 
परिधि, सीमा, रक्षा, 
राखी, मन्नत, दुआ, 
ज्योति, पूजा या प्रार्थना,
किसी भी नाम से पुकार कर देखो
यकीनन
याद किसी बेटी की ही आएगी,..!

#डॉप्रीतिसमकितसुराना

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