Sunday, 2 August 2020

*मैत्रीभाव जगत में मेरा सब जीवों से नित्य रहे*


*ऐ दोस्त!*

दोस्ती से इस कदर प्यार है मुझे
कि हर रिश्ते में मैंने
दोस्ती ही तलाशी
क्योंकि
दोस्ती वो रिश्ता है
जिसमें प्यार-तकरार है
तो साथ ही संजीदगी भी
और है बदमाशी!
भरोसे की नींव में
दोस्ती का होना
रिश्तों की इमारत को
करता है मजबूत
सुनो!
तुम जानते हो
सबसे ज्यादा मुझे
मेरी जिंदगी
मेरे दोस्त
♥️प्यार बेशुमार, खुश रहो यार♥️

*#डॉप्रीतिसमकितसुराना*
संस्थापक
*अन्तरा शब्दशक्ति*

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