Sunday 12 July 2020

डॉक्टर साहब

दर्द  कम हो  और  दिल में सलामत रहें दिलबर,    दिल में  दर्द  बहुत है, मुझे  ऐसी  कोई  दवा दो।
जाने क्यों  आज  मुझको, घुटन-सी  हो  रही है,
हवा में कुछ नमी है, लहू की कमियाँ भी बता दो।
आज सब छूटता लग रहा है मुझे अपने हाथों से,
कहीं जान न चली जाए, मेरे अपनों को बुला लो।

#डॉप्रीतिसमकितसुराना 

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