आज चेहरे पर
सिर्फ खुशी दिखती है
क्योंकि
वही देना चाहती हूँ
दुनिया को
विदा किया आंसुओं को
छुपा लिए सारे दर्द
सबक की तरह जेहन में
जो दिए थे दुनिया के ही लोगों ने
आस्तीन का सांप बनकर!
अब जीती हूँ ये सोचकर
अपने लिए जिये तो क्या जिये,..!
#डॉप्रीतिसमकितसुराना
0 comments:
Post a Comment