Tuesday 26 May 2020

जिंदगी की किताब



सुनो!
तुम्हारी लिखी किताब 
अद्वितीय है,
बस एक निवेदन है
वो चंद पन्ने हटा दो
अपनी जिंदगी की किताब से,
जिस पर मेरा नाम लिखा है
और वो अंतिम पृष्ठ भी
जिसमें 
रिश्तों पर इल्ज़ाम
और 
रिश्तों का अंजाम लिखा है।

डॉप्रीतिसमकितसुराना

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