Saturday 4 April 2020

मुझमें अभी तू ज़िंदा है

#ए इंसानियत
मत रो
लाख हो जलजले
महामारियाँ
दंगे, फसाद या रुस्वाइयाँ
तुझे कोई खत्म कर सके
वो काल अब तक नहीं आया
अभी भी बाकी है दुनिया में
लोग ऐसे भी 
जो कहेंगे एक स्वर में
मुझमें अभी तू ज़िंदा है,..!

#डॉप्रीति समकित सुराना

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