जिसे हम भूल जाते हैं
याद रहता है
पहले-पहल केवल प्रेम
उसके बाद
आ जाती हैं बीच अपेक्षाएँ
फिर होता है
शुरु एक अजीब सा सिलसिला
जिसमें सब कुछ वही होता है
पर याद रहता है सिर्फ बुरा ही बुरा
वो विश्वास, वो अच्छाई
जो नींव थी रिश्ते की उसे भूल गए?
देता बहुत दर्द याद आकर
वही पल जिसे हम भूल जाते हैं।
#डॉप्रीतिसमकितसुराना
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