एक तेरी नहीं से
न दुनिया रुकेगी
न सूरज-चाँद
न झुकेगा आसमान
जो जैसा है
सब वैसा ही चलता रहेगा!
'एक तेरी नहीं से'
कुछ बदलेगा
तो मेरे जीने का सबब
मेरे मरने का बहाना
मेरे होने न होने से जुड़े अरमान!
हाँ!
सच है
किसी एक की मर्जी से दुनिया नहीं चलती
पर किसी एक की पूरी दुनिया ही बदल सकती है।
है न!
#डॉप्रीतिसमकितसुराना
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