अपनी रोटी आप कमा।
नायक बन तब रौब जमा।।
श्रम कर के पहले दिखला।
आलस का परिणाम दमा।।
झुक न भले ही और कहीं।
कर्म के आगे शीश नमा।।
पाप किया तो दुख होगा।
बह जाएगी चपल रमा।।
फल की कोई फिकर न कर।
आशा से आकाश थमा।।
#डॉप्रीतिसमकितसुराना
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