#हर साँप के फन में ज़हर नहीं होता
खौफ़ होता है साँप के नाम का
और इसी बात का फायदा उठाता है
"सपेरा"
नज़र डालो अपने इर्द-गिर्द तो बहुत करीब मिलेंगे
जिनके पिटारे में साँप तो होंगे बिना दाँत के
क्योंकि ऐसे सपेरे सबसे बड़े कायर होते हैं
सिर्फ डर का बीज बोना काम है जिनका
और नाम इनका
"डर का सौदागर"
नकारात्मकता से बचना है
तो सबसे जरूरी है
इन सौदागरों से 'सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग)'
क्योंकि यही इनके वजूद को खत्म करने का
एकमात्र तरीका यही है कोरोना की तरह,..!
#डॉ.प्रीति समकित सुराना
सुन्दर रचना
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