Monday, 20 April 2020

अच्छा होता!



मेरी बातें नहीं 
मुझे समझते 
तो अच्छा होता!
मेरी जरुरतें नहीं 
सपनों को समझते 
तो अच्छा होता!

बहुत कुछ 
अनकहा होता है 
मेरी बातों में,
और 
जरुरतों के लिये 
हूँ मैं थोड़ी ज्यादा स्वाभिमानी

हाँ!
हमेशा सिर्फ तुम
मेरा और मेरे सपनों का 
हिस्सा हो 
समझ पाते
तो अच्छा होता।

#डॉप्रीतिसमकितसुराना

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