(ओ पालनहारे, निर्गुण और न्यारे)
कौन कहता है
तुम सुनते नहीं
मैंने तो सुना भी है
पढ़ा भी है
और प्रत्यक्ष महसूस भी किया है
लॉ ऑफ अट्रैक्शन (आकर्षण का नियम)
जब हर बात का उत्तर ब्रम्हाण्ड में मौजूद है
तो हाँ!
हम पुकारा करेंगे तुम्हें रातदिन
विश्वशांति और अंतःकरण की शान्ति की
और इस आस्था के साथ
कि
ईश्वर की साक्षी से
हमारा बुरा चाहने वाले को भी कभी
नहीं किया शापित न शब्दों से न मन से
क्योंकि
यह भी सुना, पढ़ा और महसूस किया है
कि किसी के भले के लिए सुनते हो तो पुकार
किसी के अहित की कामना का करते हो
पलटवार क्योंकि तुम इस तरह देते हो
तुम ईश्वर होने का प्रमाण।
अन्यथा हर कदम पर
आकर्षण का नियम बुरे को फलित कर
नष्ट करता हर विधान नियति का।
#डॉप्रीतिसमकितसुराना
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