#गुलाब ने कहा
सुनो तितली!
तुम बहुत प्यारी
और नाजुक हो
जरा संभालना
मुझमें कांटे हैं,..!
तितली बोली
दुनिया के मुखौटों ने
संभलना सिखा दिया है
तुम्हारे कांटे तो दिखते हैं
दिख रहे कांटो से डर नहीं लगता प्यारे,
पीठ पर खंजर चलाने वालों से डर लगता है,..!
सुनो गुलाब!
तुम्हें जो छू ले महक उठता है
तुम जहाँ रहो बिखर कर भी
खुशबू ही फैलाते हो
तुम सही मायनों में
कड़वी सच्चाई के साथ जीना सिखाते हो,..!
#डॉ प्रीति समकित सुराना
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