Friday 27 March 2020

आइसोलेशन



मानवी उठो!
तुम्हें तेज़ बुखार है, डॉ को दिखा आते हैं।
कोरोना वायरस के चलते कहीं आइसोलेशन की नौबत न आ जाए।

नहीं रोहित,..!
रहने दो, मैं ठीक हूँ?
बच्चे कहाँ हैं?

बच्चे अपने कमरे में फ़िल्म देख रहे हैं, मैं अभी ही आया बाहर दोस्तों के साथ कोरोना पर चर्चा लंबी हो गई, क्या करें सब बोर हो रहे, एक मीटर की दूरी तो ठीक है पर 21 दिन व्यापारी व्यापार न करे तो करे क्या?
खैर छोड़ो! तुम डॉ के पास नहीं चल रही हो तो एक कप चाय ही बना दो सिर दर्द से फटा जा रहा है।

मानवी बड़ी मुश्किल से उठी और बोली अरे आज तो मैंने कुर्ता ही उल्टा पहना हुआ है, सुबह से किसी ने नोटिस भी नहीं किया, तुम्हें लगता है मुझे इससे ज्यादा आइसोलेशन की जरूरत है?

मानवी चाय बनाने चली तो गई पर रोहित सकते में था!

डॉ प्रीति समकित सुराना

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